(चित्र में भक्तों को रोकती हुई महिला पुलिस कांस्टेबल) |
ओवैसी की इस मांग से शहर के हिंदुओं में अत्यधिक रोष है और वही हिंदूवादी संघठनो ने इसकी कड़ी निंदा की| इस मुद्दे पर शहर के युवा नेता राजा सिंह ने कहा कि एक ओर ओवैसी प्रशासन से ईद मिलाद-उन-नवी के भव्य आयोज़न में सहयोग की अपील कर रहे है वही दूसरी ओर रामनवमी ओर हनुमान जयंती पर पाबंदी की माँग कर रहे है| राजा भाई ने कहा की पुराने शहर में मुस्लिम लीग का गुंडा राज चल रहा है जिसमें कांग्रेस बराबर की भागीदारी रही है| उन्होंने कहा की कोई भी राम नवमी ओर हनुमान जयंती मनाने से उन्हें नहीं रोक सकता|
राजा सिंह जी ने शहर की स्थिति बताते हुए कहा की सरकार हिंदू विरोधी कार्य करने में लिप्त है जिसका ताजा उदाहरण चार मीनार के पास स्थित भाग्यलक्ष्मी जी के मंदिर पर 'आरती के समय घंटे' बजाने पर रोक है; जिसके लिए प्रशासन ने दो कांस्टेबल भी भक्तों को घंटे-घन्टी बजाने से रोकने के लिए लगाये है|
इस विषय पर हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री जयपाल नयाल ने कहा कि ये माँग ना सिर्फ निंदा योग्य है बल्कि राष्ट्रभावना के विरुद्ध है, राम नवमी का उत्सव ना सिर्फ हिंदुओं का उत्सव है बल्कि यह पूरे भारत वर्ष का उत्सव है जो की भारतीय पुण्य भूमि के गौरान्वित इतिहास को दर्शाता है|
वही इस मुद्दे पर भाजपा के नगर कार्यकारिणी सदस्य नरेश अवस्थी ने इसे राजनितिक लाभ उठाने का प्रयास बताया| उन्होंने कहा कि ये माँग हिंदुओं एवं मुस्लिमो के बीच ईर्ष्या की भावना पैदा करने के लिए की गयी है ओर उन्होंने गृह मंत्री से इस माँग पर तत्काल कार्यवाही की अपील की है और कहा की राम नवमी का उत्सव इस बार ही पहले की तरह ही धूमधाम से मनाया जायेगा|
http://hindi.ibtl.in/news/states/1863/article.ibtl
अब हिंदूद्रोही कोंग्रेस (खानग्रेस)सरकार को उखाड़ फेंकनें का समय आ गया हे !हिंदुओं अब जागो और देशद्रोही सोनिया कोंग्रेस को देश से साफ कर दो !
ReplyDeleteमेहराराम जी नमस्कार, प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद, आपने बिलकुल सही कहा है हिंदुत्व को बचने के लिए कांग्रेस को खत्म होना जरूरी है|
Deleteये तो अभी झांकी है...... कांग्रेस की उम्र बाकी है.
ReplyDeleteदीपक जी नमस्कार क्या बात कही है आपने धन्यवाद
Delete""कांग्रेस और उसकी 'दोगली धर्म-निरपेक्षता' का बहिष्कार करो.""
ReplyDeleteसमस्त हिन्दुओं...
इसके लिए तुम स्वयम जिम्मेदार हो... तुम्हारे अन्दर का पुरुषार्थ खत्म हो चुका है..
और स्वार्थ जाग गया है.. तुम्हे देश, धर्म और समाज से कोई लेना देना नही.??
तुम सर पर रूमाल बांधकर मुल्लों की लाशों पर सर पटकते ही मर जाओगे...
तुम्हारी पिछली पीढ़ियों ने 'शर्म निरपेक्षता' को सींचा है.??
और वो अब बबूल बनकर तुम्हारी औलादों को चुभ रही है और चुभती ही रहेगी..
अगर 'नपुंसक चुप्पियों' से उठकर संगठित नहीं हुए तो..??
'कायर अहिंसक मनोवृति और झूठी शर्म निरपेक्षता' से निकलकर संगठित नहीं हुए तो..??
बिना संगठित हुए सोने से तो 'सदा के लिए सोना' बेहतर है...
आने वाली पीढ़ी को क्या जवाब दोगे..???
अपनी 'मृत आत्मा' के किसी कोने में 'नकली धर्म-निरपेक्षता' की नींद में सोये हुए 'छोटे से जमीर के टुकड़े' से अवश्य पूछना.??
जय श्री राम...
वन्दे मातरम्...
जय हिंद... जय भारत...
जितेन्द्र जी नमस्कार आपने एक दम सही कहा है इसके लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद.
Deleteअभी ये हाल तो सिर्फ २० % पर है, जिस दिन ३५ % हो जायेंगे उस दिन क्या होगा ? और ३५ % जनसख्या का टार्गेट पाने में वे जोर-शोर से जुटे भी है ! आज भी एक-एक घर में १२-१५ सदस्य मिल जाना आम बात है !
ReplyDeleteहमारा देश धर्म निरपेक्ष है जहाँ सभी को अपने अपने तरीके से ईश्वर की उपासना करने की स्वतंत्रता है. और कोई किसी को रोक भी नहीं सकता है. हिन्दुओं ने कभी भी मुस्लिमों को नमाज पढने और अजान लगाने से नहीं रोका, फिर वे क्यों हिन्दुओं को आरती करने व घंटी बजाने से रोकने का साहस करते हैं????? यह तो कट्टरवाद है. कट्टरवाद के लिए इस देश में कोई जगह नहीं है. और जो सरकारें इस कट्टरवाद का पोषण करती हैं तथा तुष्टिकरण करती हैं उन्हें भी इस देश में रहने का अधिकार नहीं है. कल वे लोग कहेंगे की भारत में मंदिर होना ही नहीं चाहिए तो क्या सरकार मंदिरों को हटा देगी????? अभी भी समय है सम्हल जाओ नहीं तो हिन्दू जिस दिन अपनी संहिश्नुता त्यागेगा उस दिन छिपने की जगह भी नहीं मिलेगी. ............ ग्रर्र्र्र....र्र्र्र रोअर्र्र्र........ गुर्र्र्रर .........
ReplyDeleteये उसी सेकुलारता का परिणाम है जिसकी घुट्टी 60 सालो से कांग्रेस पिला रही है जिसके नाम पर गाँधी ने हिन्दुओ को डरपोक बना दिया है. आगे आगे देखिये होता है क्या ??
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