एक कंपनी हैं। नोएडा में किराए की इमारत में चलती है। किराया और बिजली का बिल भरने को ले कर इमारत के मालिक से विवाद भी हो चुका है। मगर इस कंपनी ने अमेरिका की एक फंडिंग कंपनी को इतनी रंगीन तस्वीर पेश की कि, उसने एक करोड़ डॉलर से ज्यादा का निवेश इस कंपनी में कर दिया। कंपनी का नाम बताएं इसके पहले एक भूल सुधार। निवेश जिस कंपनी में हुआ है वह एक पति पत्नी द्वारा चलाई जा रही बगैर किसी बड़े ढांचे और पूंजी वाली कंपनी हैं और जुगल जोड़ी द्वारा चलाई जा रही ये कंपनी एक चर्चित टीवी चैनल की मालिक हैं और टीवी चैनल का नाम हैं -इंडिया टीवी। अमेरिका की इंटरनेशनल वेंचर फंड कॉम वेंचर्स की सहयोग कंपनी फ्यूज प्लस मीडिया ने रजत शर्मा और उनकी दूसरी पत्नी रितु धवन द्वारा चलाई जा रही इंडिपेंडेंट न्यूज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को करोड़ों डॉलर सौंप कर इंडिया टीवी में नहीं बल्कि इंडिपेंडेंट न्यूज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में भागीदारी खरीदी है। यह कंपनी किसी जमाने में कई चैनलों के लिए टीवी कार्यक्रम बनाती थी।
यह कंपनी इंडिया टीवी भी चलाती है और उत्तराखंड में एक टीवी पत्रकारिता संस्थान भी। रजत शर्मा की इस बात के लिए तारीफ तो बनती ही है कि , दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके के एक छोटे से कमरे में पूरे परिवार के साथ रह कर जिंदगी शुरू करने वाले इस व्यक्ति ने अच्छा खासा टीवी साम्राज्य खड़ा कर दिया है। टीवी चैनल कई बार टीआरपी के शिखर पर भी पहुंच जाता है। यह बात अलग है कि अक्सर इस चैनल पर आपको यह बताया जाता है कि, आसमान का रंग नीला इसलिए है क्योंकि वैज्ञानिक प्रयोग किए जा रहे हैं औ जल्दी ही यह लाल हो सकता हैं, या यह कि, बच कर रहिए, पृथ्वी दो साल में नष्ट होने वाली है, या यह कि एलियन गाये का दूध पीते है या यह की एक निश्चित दिन ही सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा क्यों होती है और कौन सा मंत्र पढ़ने से बचा जा सकता है, या यह कि राखी सावंत से ले कर अभिषेक बच्चन तक कौन से ताबीज पहनते हैं। भूत प्रेत नियमित चैनल पर आते जाते हैं और इस चेनल का कल्याण करते है। एक निर्दोष बच्ची आरुषि तलवार की हत्या हुई तो चैनल ने बाकायदा एक घंटे तक दो मोबाइल फोन तोड़ कर देश को बताया कि, मोबाइल कैसे नष्ट किए जाते हैं। जैसे की मानो हत्यारे को बता रहा हो की भाई अगर मोबाइल नष्ट नहीं किये तो एसे नष्ट कर ले | यही नहीं देश और समाज को लाइव बलात्कार तक के दर्शन कराये, देश में प्रलय आ जाए मगर इंडिया टीवी पर आपको नाच गाना और भूत प्रेत ही दिखेंगे हां कभी कभी झूटी स्ट्रिंग ओप्रेसन भी आते रहेते है|
एक बार तो इंडिया टीवी ने एक समाज सेविका को आईएसआई का जासूस दिखा कर पेश कर दिया था और जब शिकायत हुई तो उसे नेशनल ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन से निकाला गया। बाद में माफी मांगने पर फिर से शामिल किया गया और इस बार चैनल का प्रतिनिधत्व एक ऐसे सज्जन कर रहे हैं जिन्हें यू टयूब नामक वेबसाइट्स से चोरी कर के कहानियां बनाने के लिए गिनीज बुक में भेजा जा सकता हैं। अब हाल ये है की टीआरपी और विदेशी फंड के लालच में देशद्रोही के साथ से भी गुरेज नहीं.
ऐसी कंपनी अगर विदेशी निवेश बटोर लाए तो इसे रजत शर्मा की उस प्रतिभा का कमाल कहना चाहिए जिसकी वजह से कम उम्र में ही वे एक बड़ी पत्रिका के संपादक बन गए थे और प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की मान्यता के लिए ग्वालियर के एक अखबार के फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया था। जो फर्जी थे वे फर्जी ही रहेंगे। आखिर इंडिया टीवी फर्जी समाचारों का चैनल है और यहां जो बिकता है वहीं दिखता हैं। इंडिया टीवी में और किसने कितना कितना निवेश किया हैं यह तो पता नहीं लेकिन जिस ठाठ से यह चैनल चल रहा है उससे जाहिर है कि देने वाले बहुत है। इंडिया टीवी में हाल के दिनों में काफी बदलाव आए हैं और एक सबसे बड़ा बदलाव यह है कि रजत शर्मा ने किसी वैज्ञानिक चमत्कार का सहारा ले कर अपने टकले सिर पर बालों की खेती उगा ली है। पता नहीं वीरेंद्र सहवाग को उन्होंने उस डॉक्टर का पता बताया कि नहीं जिसने उनका हुलिया सुधार दिया है।
भारत के आधे से ज्यादा मीडिया पर विदेशी निवेश के द्वारा कब्ज़ा किया जा चूका है ,इसलिए ये रस्त्रहित की बात कम और मसाले वाली खबरें ज्यादा दिखने में रुचि रखते हैं ,जिस तरह ngo की आड़ में देश विरोधी आन्दोलन चलाये जाते हैं ठीक उसी तरह विदेशी चंदो पर खबर का स्वरुप बदल दिया जाता है
ReplyDeleteIS DESH KA KYA HOGA KOI BHI RASHTRAVADI SANGHTHAN DESH KE LIYE KUCHH KARNE LAGTA HAI TO YE UNKE PEECHHE LAG JATE HAIN VIDESHI FUNDING SE CHAL RAHE NGO AUR NEWS CHANNELS KO LOKPAL KE DAYRE ME LAANA CHAHIYE
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