Saturday, October 15, 2011

प्रशांत भूषण ने देश को धोखा दिया है !

आर के अग्रवाल नाम के एक विसिलब्लोअर ( घोटाला उजागरकर्ता  ) ने बैंक सिस्टम व पब्लिक में नकली करेंसी नोटों की घुसपेठ करने वाले स्टेट बैंक कर्मचारी अभियुक्तों के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में मुकदमे की प्रभावी पैरवी करने हेतु वकील श्री प्रशांत भूषण ( कथित PIL Filing Expert ) को नियुक्त किया था अभियुक्तों की याचिकाएं अलाहबाद उच्च  न्यायालय में वर्ष 2008 में ख़ारिज हो चुकी थी जिसके विरुद्ध अभियुक्तों ने सुप्रीम कोर्ट में एस एल भी ( क्रिमिनल )    दाखिल कर राखी हैं , श्री प्रशांत भूषण ने प्रभावी पैरवी करने के बजाये अभियुक्तों को अवैध  लाभ लाभी पहुचने हेतु व अपने ही  Client को न्याय में देरी व न्याय से वंचित करने हेतु साजिश  करते हुये अभियुक्तों से सांठ गाँठ कर ली तथा मुक़दमे की पैरवी अभियुक्तों के पक्ष में फिक्स (fix )  कर ली ! श्री भूषण के इस भ्रष्ट कदाचार आचरण की शिकायत पीड़ित  Client ने संवेधानिक संस्था Bar Council of Delhi में याचिका संख्या – 57 /2011 , के द्वारा की है की याचिका में प्रशांत भूषण को किसी भी न्यायालय में Practice करने के का licence लाइसेंस निरस्त करने की प्रार्थना की गयी है !     
       BAR COUNCIL OF DELHI NOTICE COPY TO PRASHANT BHUSHAN …
CORRUPT PRASHANT BHUSHAN

Petition (s) of Special Leave Appeal (crl) No. (s) .2938/2009





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