Tuesday, September 18, 2012

वो राजेश खन्ना की तरह अदाकार नहीं थे


वो राजेश खन्ना की तरह अदाकार नहीं थे , ठुमके नहीं लगते थे , उनके सम्बन्ध सब से मधुर थे , फ़िल्मी भांडों की तरह उनके सम्बन्ध किसी से जायज या किसी से नाजायज नहीं थे ,


वो राष्ट्र भक्त थे , वो एक स्वयं सेवक थे जिन्होंने कभी राष्ट्र भले के अतिरिक्त अपने लिए कुछ नहीं चाह , वो सुदर्शन थे भगवन श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र की भाति भारत के सुदर्शन ,, वो एक राष्ट्रवादी संगठन के पूर्व सरसंघसंचालक थे जिन्होंने

अप



ना पूरा जीवन अविवाहित रहकर राष्ट्र की सेवा में लगा दिया और बाद मृत्यु के अपनी आँखे भी दान कर गए जिससे आज एक अंध व्यक्ति देख पाने में सक्षम है ,,, उन नेत्रों के अतिरिक्त परम पूजनीय सुदर्शन जी हमारे ह्रदय में सदैव जीवित रहेगे |



हाँ वो कोई राजेश खन्ना जैसे अभिनेता नहीं थे जिसके मरने पर २० दिन तक मिडिया श्रधांजलि देती रही ,,,, वो एक राष्ट्र भक्त थे जिनको श्रधांजलि सिर्फ उन्होंने दी जिनको इस राष्ट्र से प्रेम है ,,, किसी के नाचने ,गाने, ठुमके लगाने से नहीं ||

अगर कोई फ़िल्मी भांड अपनी टी शर्ट उतार कर किसी के ऊपर फेक देता या फिर कोई क्रिकेटर अपना बैट नीलाम कर उसका पैसा दान में दे देता तो यह भांड बिकाऊ इलेक्ट्रोनिक मिडिया कई दिन तक इस खबर को विज्ञापनों के साथ आपको परोसता रहता किन्तु राष्ट्र का एक अनमोल रत्न , माँ भारती का एक सच्चा सपूत जो अपनी पूरी जिंदगी राष्ट्र और धर्म की सेवा बिना किसी लोभ के करता रहा जिसका जीवन एक खुली किताब की तरह पुरे भारत के सामने 
रहा | वो माँ भारती का बेटा अपने नेत्र एक जरूरतमंद को दान करके गया इस बिकाऊ मिडिया में उसकी कंही चर्चा नहीं है ,,,, अगर सुदर्शन जी के स्थान पर सचिन होता ? सलमान होता ? आमिर या शाहरुख या कोई और प्रसिद्ध नाम होता तो भी क्या मिडिया यह व्यवहार करती ?? ,,, जी नहीं पैसे के लिए खेलने वाले क्रिकेटर और पैसों के लिए ठुमके लगाने वाले फ़िल्मी भांड या फिर वो नाम जो कांग्रेस से आता उसके लिए यह मिडिया दिन रात अपनी श्रधांजलि देती और लोगो को उनसे प्रेरणा लेने के लिए बोलती ,,, यही मिडिया राहुल के किसी गरीब के खाने की खबर को दिन रात दिखाती है जो आज एक राष्ट्रभक्त के निधन और एक महान नेत्रदान जैसे कार्य को कोई स्थान नहीं दे रही ||

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के किसी स्वयंसेवक ने कभी अपना प्रचार नहीं किया ना ही संघ ने अपने किये कार्यों का प्रचार किया किन्तु आज मरणोपरांत सुदर्शन जी को सम्मान ना देना दिल को चोट पंहुचा रहा है ||



तेरा वैभव अमर रहे हे राष्ट्र पुत्र हे माँ भारती के लाल |

कोटि कोटि वंदन है , शत शत नमन है ||



(एक ही विकल्प "भारत")

Friday, September 14, 2012

कांग्रेसीयो के प्रदर्शन में सोनिया गाँधी हाय हाय


आज जंतर मंतर पर कांग्रेस ने एम् सी डी यानी भाजपा के खिलाफ महिलाओ का प्रदर्शन आयोजित किया, कुछ महिलाओं को वहा लाया गया तो वहा पत्रकारों ने महिलाओं से पूछा आप लोग यहाँ किसके खिलाफ प्रदर्शन के लिए आई है...............

महिलाओं ने कहा एम् सी डी में कोई काम नहीं हो रहा, जनता परेशान है बिजली नहीं आती है, बिजली के बिल इतने बड़े हुहे आ रहे है, पानी नहीं आ रहा आदी आदी....................

एक पत्रकार ने कहा बिजली नहीं आने और बिजली के बिल के लिए एम् सी डी क्या कर सकती है....? ये तो दिल्ली सरकार और शीला दीक्षित के अंदर आता है पत्रकार के ये बताते ही महिलाओं ने शीला दीक्षित हाय हाय कांग्रेस सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. बेचारी उनको लाने और प्रदर्शन का आयोजन करने वाली कांग्रेस कार्यकर्त्ता महिलाओं का चेहरा देखने लायक था वो यही कहती रही की अरे ये कांग्रेस का कार्यक्रम है कांग्रेस के विरुद्ध नारे मत लगाओ............

इतने में किसी भाई ने आग में घी और डाल दिया, महिलाओं से बोला ७५० रूपये का सिलेंडर खरीदोगी तो कैसा लगेगा, आलू ४० रूपये किलो और टमाटर ५० रूपये मिलेंगे तो कैसा लगेगा, बस हो गया कांग्रेस के प्रदर्शन का श्राद...........

शीला के साथ साथ मनमोहन, सोनिया और राहूल को जमकर गालिया पडी कांग्रेस के नेता वह से भाग गए........................

बेचारी कांग्रेस करे तो क्या करे.................

 (श्रोत्र जी न्यूज़ और जंतर मंतर पर उपस्थित जन समूह)

Thursday, September 6, 2012

मुंगेरीलाल - अन्ना ..एक चीज होती है... थोरियम...आपने कभी सुना है


मुंगेरीलाल - अन्ना ..एक चीज होती है... थोरियम...आपने कभी सुना है

अन्ना- हें...जोर से बोलो... मुझे नही पता ....ये क्या है... नासपती, लोकी जैसी कोई चीज है क्या.?
मुंगेरीलाल - ये रेत में मिलती है, इससे एटम बम बना सकते हैं, इससे बिजली बना सकते हैं
अन्ना- हें... तो ये अब रेत में नहीं मिलती क्या
मुंगेरीलाल- अब भी मिलती है तभी तो मैडम की पार्टी ने ४८ लाख करोड़ का घोटाला
कर दिया अमेरिकी कंपनियों को बेच दिया
अन्ना- हें...तो मैं अनशन पर बैठ जाऊं मैंने चार चार कैबिनेट मंत्रियों के विके

ट लिए हैं चार बाई आठ के कमरे में सोता हूँ मंदिर में रहता हूँ कोई परिवार नहीं बनाया......
खुजलीवाल- नहीं अभी पहले सोनिया अन्तोनिया दमदमी माई टकसाल मैडम से पूछेंगे तब इस पर अनशन करना है
अन्ना- ठीक है ...जब भी अनशन पर बैठना हो बता देना मैंने चार चार कबिनेट मंत्रियों के विकेट लिए हैं.

खुजलीवाल- अभी भाजपा भी चुप है
अन्ना- हें..पर भाजपा क्यों चुप है मैंने चार चार कैबिनेट मंत्रियों के विकेट लिए हैं चार बाई आठ के कमरे में सोता हूँ मंदिर में रहता हूँ कोई परिवार नहीं बनाया
खुजलीवाल- अभी वो कोयले में अटकी है... जब भाजपा मुंह खोलेगी तब ही तो हमें मैडम के यहाँ से थैली मिलेगी
अन्ना- हां वो तो है मैंने चार चार कैबिनेट मंत्रियों के विकेट लिए हैं चार बाई आठ के कमरे में सोता हूँ मंदिर में रहता हूँ कोई परिवार नहीं बनाया
मुंगेरीलाल - तब आप आ जाना अनशन करने
अन्ना- ठीक है बता देना मैंने चार चार कैबिनेट मंत्रियों के विकेट लिए हैं चार बाई आठ के कमरे में सोता हूँ मंदिर में रहता हूँ कोई परिवार नहीं बनाया
खुजलीवाल- हाँ तभी तो आपको लोग गाँधी समझते हैं...ही ही ही

अन्ना- ये नौकर लोग मालिक हो गए ...ये कोई लोकसाई है क्या ...अरे तुमको भेजा सेवा करने को.. तुम हमको आँख दिखाता है मैंने चार चार मंत्रियों के विकेट लिए हैं
खुजलीवाल.- अन्ना ...बस भी कीजिये ...पकाईये मत...
अन्ना- ठीक है... लेकिन मीडिया को बुलाओ... मेरा इंटरव्यू दिलाओ... ये तो बहुत बड़ा घोटाला है..
खुजलीवाल- लेकिन अभी चुप रहने को मैडम ने कहा है अभी तो भाजपा भी चुप है...जब भाजपा बोलेगी तब हम कहेंगे... सब चोर हैं..सब चोर है.....
अन्ना- मैंने चार चार मंत्रियों के विकेट लिए...
खुजलीवाल-- अन्ना ... अब बस भी कीजिये...
अन्ना- मैं चार बाई आठ के कमरे में सोता हूँ
खुजलीवाल- पक गया मेरे बाप... अब तो चुप हो जा...!!
अन्ना- मैंने चार चार कैबिनेट मंत्रियों के विकेट लिए हैं चार बाई आठ के कमरे में सोता हूँ मंदिर में रहता हूँ कोई परिवार नहीं बनाया
मुंगेरीलाल- मेरे बाप..अब चुप हो जा...
अन्ना- मैंने चार चार कैबिनेट .....

(मदन मोहन तिवारी)